
जो लोग मेरे साथ थे
वो जिनकी मुझे आस थी
लोग भी बदल गए
तुम भी चली गयी प्रिया।
जो हमने देख रखे थे
कितने सहेज रखे थे
वो सारे स्वप्न जल गए
तुम भी चली गयी प्रिया।
मुझको तलब है नींद की
नींद भी इन आँखों से
अब रास्ते बदल गए
तुम भी चली गयी प्रिया।
मेरे साथ ही होता है क्यों
अब तुमसे मैं क्या क्या कहूँ
खुशियाँ,सुकून,चाय तक
मुझे छोड़ दर असल गए
तुम भी चली गयी प्रिया।
missing you my love.
good one dear....thodi adabgi mujhmein bhi baki hai shayad...
ReplyDeletekeep it up...
I don't have a word to say about your poetry.. it's a really great..
ReplyDeleteI truly appreciate u..